पांच सिख उच्च पुजारियों ने तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा ऑपरेशन ब्लू स्टार को ‘तीसरा घल्लुघारा’ (नरसंहार) घोषित करते हुए सिख संगत को 1 जून से 6 जून तक ‘शहीदी सप्ताह’ के रूप में मनाने का निर्देश दिया।
यह निर्णय शनिवार को यहां अकाल तख्त सचिवालय में अकाल तख्त जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह के नेतृत्व में हुई बैठक में लिया गया।
पैनल के अन्य सदस्य तख्त केसगढ़ साहिब के जत्थेदार सुल्तान सिंह, सचखंड श्री हरमंदिर साहिब के ग्रंथी बलजीत सिंह, मंगल सिंह और सुखदेव सिंह थे।
ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा कि पंज सिंह साहिबान के समागम के बाद समूचे सिख समुदाय को घल्लूघारा की 40वीं वर्षगांठ बड़े पैमाने पर मनाने का आदेश दिया गया। उन्होंने कहा कि देश-विदेश के हर गुरुद्वारे में गुरमत समारोह आयोजित किए जाने चाहिए और लोगों को इसके इतिहास से अवगत कराया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि घल्लूघारा पर हमले और गुरुद्वारों व संगत पर इसके प्रभाव को दर्शाती तस्वीरों की प्रदर्शनी हर सिख धर्मस्थल पर लगाई जानी चाहिए ताकि श्रद्धालुओं को तत्कालीन सरकार द्वारा सिख समुदाय पर किए गए अत्याचारों से अवगत कराया जा सके।
उन्होंने कहा कि सरकार ने हमले के खिलाफ आंदोलन कर रहे कई सिखों को जेलों में डाल दिया है. इनमें से कई ‘बंदी सिख’ अपनी सज़ा पूरी होने के बाद भी जेल में बंद हैं।