श्रीगंगानगर नगर परिषद ने आज सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में भगत सिंह चौक पर लगे एक प्रमुख मोबाइल फोन सेवा प्रदाता के ऊंचे टावर पोल को हटवा दिया। नगर परिषद के अधिकारियों ने बताया कि टावर जिला जेल से 325 मीटर की दूरी पर लगाया गया था, जो 500 मीटर की दूरी के नियम का उल्लंघन है।
दो जेसीबी की मदद से करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद टावर को गिराया गया। नगर परिषद आयुक्त यशपाल आहूजा ने बताया कि जरूरी अनुमति रद्द होने के बावजूद टावर खड़ा कर दिया गया।
कुछ दिन पहले चौक के पास डिवाइडर तोड़कर एक निजी फोन कंपनी के टावर के लिए फाउंडेशन बनाया गया था। नगर निगम अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने कंपनी को गर्ल्स कॉलेज के सामने टावर लगाने की अनुमति दी थी, लेकिन कंपनी ने इसे रविंद्र पथ पर लगाने की तैयारी कर ली।
जैसे ही लोगों को पता चला कि चौक पर फोन टावर लगाया जा रहा है, तो उन्होंने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। विरोध को देखते हुए नगर निगम ने टावर लगाने का काम रोक दिया और टावर के लिए जरूरी अनुमति भी रद्द कर दी गई। नगर परिषद के अधिकारियों ने बताया कि अनुमति रद्द होने के बावजूद कंपनी ने बीती रात टावर लगा दिया।
नगर परिषद आयुक्त यशपाल आहूजा व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। आहूजा ने कंपनी के अधिकारियों को फोन किया तो पता चला कि वे टावर लगाने के बाद जोधपुर चले गए हैं। इस पर उन्होंने टावर को गिराने के लिए जेसीबी मशीन मौके पर बुलाई। यातायात को डायवर्ट किया गया और बिजली बंद कर दी गई। करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद टावर को गिराया गया।