नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से टेलीफोन पर बात की। प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति बाइडेन की भारत-अमेरिका साझेदारी के प्रति प्रतिबद्धता की सराहना की।
दोनों नेताओं ने कहा कि भारत-अमेरिका साझेदारी दोनों देशों के लोगों के साथ-साथ पूरी मानवता के लिए लाभकारी है। उन्होंने यूक्रेन सहित विभिन्न क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की।
प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति बाइडेन को यूक्रेन के अपने हालिया दौरे के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि शांति और स्थिरता लाने को भारत का पूरा समर्थन है। दोनों नेताओं ने बांग्लादेश में कानून-व्यवस्था की बहाली और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर जोर दिया। उन्होंने क्वाड सहित बहुपक्षीय सहयोग को मजबूत करने की बात दोहराई।
प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति बाइडेन को भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के लिए धन्यवाद दिया, जो लोकतंत्र, नियम कानून और मजबूत जन-जन संबंधों पर आधारित है।
पीएम मोदी ने इस संबंध में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “आज फोन पर जो बाइडेन से बात की। हमने यूक्रेन की स्थिति सहित विभिन्न क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विस्तृत विचार-विमर्श किया। मैंने शांति और स्थिरता की शीघ्र वापसी के लिए भारत के पूर्ण समर्थन को दोहराया। हमने बांग्लादेश की स्थिति पर भी चर्चा की और सामान्य स्थिति की शीघ्र बहाली तथा बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों, विशेषकर हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया।”
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी 21 और 22 अगस्त को पोलैंड की यात्रा पर थे। पोलैंड के बाद 23 अगस्त को उन्होंने यूक्रेन का दौरा किया। पीएम मोदी का यह दौरा बेहद अहम रहा। बता दें कि पोलैंड की यात्रा पर 45 साल बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री गया। इससे पहले 1979 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने पोलैंड की यात्रा की थी। साथ ही प्रधानमंत्री मोदी की यूक्रेन की यात्रा भी 1991 में रूस से यूक्रेन के अलग होने के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा थी।
अपनी इस यात्रा को लेकर पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा था, ”यूक्रेन की मेरी यात्रा ऐतिहासिक थी। मैं भारत-यूक्रेन की मित्रता को और प्रगाढ़ बनाने के उद्देश्य से इस महान देश में आया था। राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ मेरी बातचीत सार्थक रही। भारत का दृढ़ विश्वास है कि शांति हमेशा बनी रहनी चाहिए। मैं यूक्रेन की सरकार और लोगों को उनके आतिथ्य के लिए धन्यवाद देता हूं।”
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