अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण एवं संबद्ध खेल संस्थान, मनाली के निदेशक अविनाश नेगी ने गुरुवार को बताया कि दुर्घटना स्थलों का पता लगाने के लिए ऊंचे पहाड़ों पर विशेष टावर लगाने का प्रस्ताव विचाराधीन है।
कुल्लू जिले के ऊंचे इलाकों से तीन विदेशी पैराग्लाइडरों को बचाए जाने के कुछ दिनों बाद नेगी ने कहा कि साहसिक खेलों, विशेषकर पैराग्लाइडिंग में शामिल लोगों की सुरक्षा के लिए और अधिक सुरक्षा सुविधाओं की आवश्यकता है।
नेगी ने कहा कि पैराग्लाइडर एक उपकरण के साथ उड़ान भरते हैं जो परिचालकों को संकट और क्रैश-लैंडिंग अलर्ट भेजता है, लेकिन उपग्रह से जुड़े जीपीएस-सक्षम उपकरण अस्पष्ट स्थान (50 से 100 मीटर) बताते हैं, जो जीवन बचाने में महत्वपूर्ण हो सकता है।
उन्होंने कहा, “दुर्घटनाओं की स्थिति में दुर्घटना स्थलों का पता लगाने के लिए ऊंचे पहाड़ों पर विशेष टावर लगाने का प्रस्ताव विचाराधीन है।”
ABVIMAS की 10 सदस्यीय टीम ने तीन विदेशी पैराग्लाइडरों को बचाया था, जो गुरुवार को कांगड़ा जिले के बीर-बिलिंग से उड़ान भर रहे थे। वे तेज़ हवाओं के कारण अपना रास्ता भटक गए थे और कुल्लू जिले के पहाड़ों में दुर्घटनाग्रस्त हो गए थे।