राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई मुख्यमंत्री कृषि प्रोत्साहन योजना के तहत ऊना जिले के 45,965 किसानों को लाभ मिला है और अब तक 3.02 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। ऊना के कृषि उपनिदेशक कुलभूषण धीमान द्वारा जारी आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस योजना का उद्देश्य किसानों को अच्छी गुणवत्ता वाले बीज, पौध संरक्षण सामग्री और उर्वरक उपलब्ध कराकर कृषि उत्पादन को बढ़ावा देना है।
धीमान ने बताया कि किसानों को कृषि इनपुट की लागत पर सब्सिडी दी जाती है, उन्होंने बताया कि पेखुबेला गांव में कृषि विभाग की प्रयोगशाला में मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला को 7.2 लाख रुपये की लागत से मजबूत किया गया है। उन्होंने बताया कि इस योजना के लाभार्थी सब्जी की खेती के लिए किसानों का समूह भी हो सकते हैं, जिससे खेती का पैमाना बढ़ जाता है। इससे कृषि इनपुट, कृषि श्रम और परिवहन को साझा किया जाता है, जिससे खेती और विपणन की लागत कम होती है।
उपनिदेशक ने बताया कि इस योजना के तहत लाभार्थी किसानों को खाद्यान्न, दलहन, तिलहन और चारा सहित बीजों पर 50 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है, जबकि आलू, हल्दी और अदरक के बीजों की खरीद पर 25 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत जैविक खाद और कीटनाशकों के अलावा कीट जाल के उपयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है।
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