मुंबई, 11 अक्टूबर । अभिनेत्री स्मिता साबले और शुभांगी अत्रे ने तेजी से आगे बढ़ती दुनिया में मानसिक स्वास्थ्य के महत्व पर बात की है।
दोनों ने गुरुवार को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर अपनी राय साझा की और बताया कि वे अपने मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल कैसे रखती हैं।
टेलीविजन धारावाहिक ‘भीमा’ में धनिया का किरदार निभाने वाली स्मिता ने कहा कि ‘नहीं’ कहना सबसे महत्वपूर्ण है और यह मानसिक रूप से स्वस्थ जीवन का द्वार है।
उन्होंने कहा, “आज के तेज-तर्रार माहौल में मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखना जरूरी है। मैं अपने दिमाग और मन को शांत करने के लिए सुबह ध्यान और गहरी सांस लेने के व्यायाम करती हूं। प्रकृति की सैर और डायरी लिखने से मुझे अपनी भावनाओं को समझने और स्पष्टता हासिल करने में मदद मिलती है। सीमाएं तय करना और ‘नहीं’ कहना सीखना मुक्तिदायक रहा है।”
उन्होंने आगे बताया, “मैं उन गतिविधियों के लिए भी समय निकालती हूं जो मुझे खुशी देती हैं, जैसे पेंटिंग और पढ़ना। अपनी सीमाओं को स्वीकार करने और कमजोरियों को स्वीकार करने से मुझे शक्ति मिली है। ऐसी दुनिया में जहां गति को महत्व दिया जाता है, मैं रुकने, सांस लेने और अपने मानसिक स्वास्थ्य का पोषण करने का विकल्प चुनती हूं।”
सुपरहिट टेलीविजन शो ‘भाबीजी घर पर हैं’ में अंगूरी भाभी की भूमिका के लिए मशहूर शुभांगी अत्रे ने बताया कि परिवार के साथ समय बिताने से उन्हें काफी शांति मिलती है और तनाव दूर करने में मदद मिलती है।
उन्होंने कहा, “मैं ध्यान केंद्रित रखने के लिए ध्यान का अभ्यास करती हूं, खास तौर पर तनावपूर्ण समय के दौरान। स्पॉटलाइट से दूर अपने परिवार के साथ क्वालिटी टाइम बिताना मुझे रिचार्ज करने में मदद करता है। अभिनेताओं को स्क्रीन पर और लाइव ऑडियंस के सामने दोनों जगह बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए बहुत दबाव का सामना करना पड़ता है। मैंने तैयारी पर ध्यान केंद्रित करके और वर्तमान में मौजूद रहकर उस दबाव को सकारात्मक ऊर्जा में बदलना सीखा है। समय के साथ, मुझे एहसास हुआ है कि गलतियां करना यात्रा का हिस्सा है। जो सबसे ज्यादा मायने रखता है, वह है खुद के और अपने काम के प्रति सच्चे रहना।”