नई दिल्ली, 9 अगस्त । भारतीय हॉकी टीम ने पेरिस ओलंपिक के कांस्य पदक मैच में स्पेन को 2-1 से हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया है। भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने यह लगातार दूसरा ओलंपिक मेडल जीता है।
इससे पहले भारतीय हॉकी टीम ने टोक्यो ओलंपिक में जर्मनी को मात देकर कांस्य पदक जीता था। यह ओलंपिक में भारतीय हॉकी के लिए 13वां मेडल है। इस मैच में भारत की जीत को लेकर प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू हो गया है।
भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कांस्य पदक जीतने पर केंद्रीय श्रम, रोजगार, युवा मामले और खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा, “मैं हॉकी टीम की कांस्य पदक जीत के लिए सभी को बधाई देता हूं और धन्यवाद व्यक्त करता हूं।”
भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कांस्य पदक जीतने पर केंद्रीय रेलवे एवं खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू का कहना है, “मैं हॉकी टीम की कांस्य पदक जीत के लिए सभी को बधाई देता हूं। इस बार पंजाब के ज्यादा खिलाड़ी थे। हम गोल्ड मेडल जीतेंगे। पंजाब और देश की तरफ से खिलाड़ियों को ढेर सारी बधाईयां।”
भारतीय हॉकी टीम का पेरिस ओलंपिक का अभियान अच्छा रहा। हॉकी टीम ने ओलंपिक में अपने पहले मैच में न्यूजीलैंड को 3-2 से हराकर अपने अभियान की शुरुआत की थी। इसके अगले मैच में अर्जेंटीना के साथ भारत का मैच 1-1 से ड्रा हुआ था। इसके अगले ही दिन 30 जुलाई को भारत ने आयरलैंड को 2-0 से हराया।
लगातार तीन मैचों में अपराजेय रहने के बाद भारत को अपने पूल बी में बेल्जियम के खिलाफ पहली हार का सामना करना पड़ा। बेल्जियम ने भारत को 2-1 से हराया। इस हार के अगले ही दिन भारत ने जबरदस्त वापसी करते हुए ऑस्ट्रेलिया को ओलंपिक में 52 साल बाद हराते हुए 3-2 से जीत दर्ज की।
भारतीय हॉकी टीम अपने ग्रुप में नंबर दो पर रहकर क्वार्टर फाइनल में पहुंची, जहां उनका मुकाबला ग्रेट ब्रिटेन के साथ हुआ। यह रोमांचक मुकाबला शूटआउट में गया, जहां भारत को 4-2 से जीत मिली। इसके बाद भारत सेमीफाइनल में जर्मनी के खिलाफ खेला और एक बढ़िया मैच हुआ। टीम इंडिया अपने शानदार खेल के बावजूद दमदार जर्मनी की बाधा पार नहीं कर सकी और यह मैच 2-3 से हार गई।