दीनबंधु छोटू राम की जयंती के अवसर पर, दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (डीसीआरयूएसटी) के छात्रों, कर्मचारियों और संकाय सदस्यों ने यमुना नदी के मीमारपुर घाट पर विशेष सफाई अभियान में भाग लिया।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री के ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ (बीबीबीपी) अभियान के पूर्व ओएसडी डॉ योगेंद्र मलिक और सामाजिक विचारक राजेश गोयल मौजूद थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. श्री प्रकाश सिंह ने की, जबकि डॉ. अश्विनी खासा विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
डॉ. योगेंद्र मलिक ने कहा कि डीसीआरयूएसटी का लक्ष्य वैज्ञानिक और इंजीनियर तैयार करने से कहीं आगे बढ़कर अच्छे इंसान तैयार करना है। उन्होंने विभिन्न समुदायों और उनकी मानसिकता को समझने के महत्व पर जोर दिया और कहा कि पानी का संरक्षण एक साझा जिम्मेदारी है, खासकर इसलिए क्योंकि यह क्षेत्र यमुना नदी से गहराई से जुड़ा हुआ है।
राजेश गोयल ने भी यही भावना दोहराते हुए कहा कि मनुष्य और जानवरों के बीच मुख्य अंतर यह है कि हम सही और गलत के बारे में सोचने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि यमुना हरियाणा में जीवन का अभिन्न अंग है और नदी की सफाई करना हमारा कर्तव्य है जो हम “माँ यमुना” के प्रति निभाते हैं।
कुलपति प्रो. श्री प्रकाश सिंह ने प्राचीन सांस्कृतिक शिक्षाओं पर जोर दिया जो जल और प्रकृति के संरक्षण की वकालत करती हैं। ऋग्वेद का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, “हे जल, तुम सुख का आधार हो, तुम हमें महान शक्ति देने के लिए भोजन का भंडारण करते हो; हमें शुद्ध और आनंदमय आत्म-ज्ञान के लिए सुगंधित रखते हो।” उन्होंने उपस्थित लोगों को याद दिलाया कि जल प्रकृति का एक अमूल्य उपहार है, उन्होंने सभी से स्वच्छता अभियान की सफलता में योगदान देने का आग्रह किया।
डीसीआरयूएसटी के रजिस्ट्रार डी. अजय कुमार गर्ग ने भी सभा को संबोधित किया तथा आने वाली पीढ़ियों के लिए जल संसाधनों के संरक्षण के महत्व पर बल दिया।
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