प्रदेश के पीएम श्री स्कूलों के 248 विद्यार्थियों और अनाथ बच्चों का एक दल रविवार को चंडीगढ़, दिल्ली और आगरा के शैक्षिक भ्रमण पर रवाना हुआ। यह दल पाँच दिवसीय शैक्षिक भ्रमण के दौरान देश की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और शैक्षिक विरासत का अवलोकन करेगा। इस दल के साथ 15 शिक्षक और जिला नोडल अधिकारी भी हैं।
यह यात्रा समग्र शिक्षा द्वारा शिक्षा विभाग के सहयोग से आयोजित की जा रही है। समग्र शिक्षा के प्रवक्ता के अनुसार, इसका उद्देश्य छात्रों को कक्षा की चारदीवारी से बाहर निकालकर उन्हें अनुभवात्मक शिक्षा से जोड़ना है ताकि वे प्रत्यक्ष अनुभव के माध्यम से देश की सांस्कृतिक विविधता, इतिहास और राष्ट्रीय संस्थाओं को समझ सकें।
प्रवक्ता ने बताया, “छात्र चंडीगढ़ जाएँगे, जहाँ वे सुखना झील समेत कई जगहों का भ्रमण करेंगे। इसके बाद, वे दिल्ली और आगरा के लिए रवाना होंगे। दिल्ली में, छात्रों को लाल किला, इंडिया गेट, कुतुब मीनार और राष्ट्रीय संग्रहालय समेत राष्ट्रीय महत्व के कई स्थलों को देखने का मौका मिलेगा। आगरा में, वे ताजमहल और आगरा किला जैसी विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक इमारतों को करीब से देखेंगे, जो उनके लिए इतिहास और वास्तुकला का एक जीवंत पाठ बन जाएगा।”
इस समूह में निराश्रित और वंचित छात्र भी शामिल हैं, जिनके लिए यह भ्रमण नए अनुभवों और आत्म-प्रेरणा का माध्यम बनेगा। इसका समापन 24 जुलाई को होगा। पीएम श्री योजना के राज्य नोडल अधिकारी रविंदर सिंह ने बताया कि यह भ्रमण छात्रों को ऐतिहासिक स्थलों, सांस्कृतिक धरोहरों और महत्वपूर्ण संस्थानों की जानकारी देकर उन्हें नए अनुभव प्रदान करेगा। इससे उनके ज्ञान, दृष्टिकोण और आत्मविश्वास में वृद्धि होगी।
समग्र शिक्षा शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए शैक्षिक भ्रमण का आयोजन करता रहा है। हाल ही में, राज्य के 50 प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को कंबोडिया और सिंगापुर के शैक्षिक भ्रमण पर भेजा गया, जिसकी केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने भी सराहना की। इस प्रकार, शैक्षिक भ्रमण हिमाचल प्रदेश के विद्यार्थियों को वैश्विक सोच, समावेशी दृष्टिकोण और व्यावहारिक ज्ञान से सुसज्जित कर रहे हैं।
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