ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने राज्य की राजधानी के ऐतिहासिक रिज पर आयोजित 78वें हिमाचल दिवस के जिला स्तरीय समारोह की अध्यक्षता की। इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हिमाचल प्रदेश से नशे की समस्या को खत्म करने के लिए कड़े कदम उठा रही है।
मंत्री ने कहा कि वर्तमान कांग्रेस नीत राज्य सरकार ने सत्ता में आते ही मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त आदतन अपराधियों पर नकेल कसने के लिए नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंसेज (पीआईटी एनडीपीएस) अधिनियम, 1988 में अवैध तस्करी की रोकथाम को लागू किया।
उन्होंने कहा, “इसके अलावा, राज्य सरकार ने नशे के शिकार और अपराधियों के बीच अंतर करने के लिए हिमाचल प्रदेश नशा विरोधी अधिनियम पारित किया है, जिसका उद्देश्य प्रभावित व्यक्तियों को समाज की मुख्यधारा में पुनर्वासित करना है। नशीली दवाओं की तस्करी से अधिक प्रभावी ढंग से निपटने के लिए एक विशेष कार्य बल का भी गठन किया जा रहा है।” वर्तमान राज्य सरकार के कार्यकाल पर विचार करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस 11 दिसंबर, 2022 को राज्य में फिर से सत्ता में आई और तब से लोगों के कल्याण और राज्य के परिवर्तन पर केंद्रित एक नए युग की शुरुआत हुई।
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार का दृढ़ संकल्प है कि 31 मार्च, 2026 तक हिमाचल प्रदेश हरित ऊर्जा राज्य बने, 2027 तक आत्मनिर्भर बने और 2032 तक देश में सबसे समृद्ध राज्य बने। वित्तीय बाधाओं के बावजूद राज्य ने विकास को गति दी है और अतिरिक्त संसाधन जुटाए हैं।’’
उन्होंने कहा, “2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान किए गए 10 वादों में से छह पहले ही पूरे हो चुके हैं। राज्य सरकार बाकी वादों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।”
इससे पहले, मंत्री ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और इस अवसर पर आयोजित औपचारिक परेड की सलामी ली। परेड में हिमाचल प्रदेश पुलिस, होमगार्ड, यातायात पुलिस और पुलिस तथा होमगार्ड बैंड की टुकड़ियाँ शामिल थीं। इस अवसर पर विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों ने दर्शकों का मनोरंजन करने के लिए विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ प्रस्तुत कीं। मंत्री ने हिमाचल दिवस के जिला स्तरीय समारोह में उत्कृष्ट सांस्कृतिक योगदान के लिए भाग लेने वाले स्कूलों को 5,000 रुपये के प्रोत्साहन पुरस्कार से भी सम्मानित किया।
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