भाजपा के संगठनात्मक चुनाव अंतिम चरण में हैं और भगवा पार्टी को जल्द ही नया प्रदेश अध्यक्ष मिल सकता है, क्योंकि हाईकमान ने केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह को प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव प्रभारी नियुक्त किया है।
पार्टी के शीर्ष पद के लिए जिन नामों पर चर्चा चल रही है, उनमें ज्यादातर मौजूदा विधायक और सांसद शामिल हैं। भाजपा के शीर्ष पद के लिए सबसे आगे चल रहे उम्मीदवारों में बिलासपुर के विधायक त्रिलोक जामवाल, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और सुलह के विधायक विपिन परमार, राज्यसभा सांसद इंदु गोस्वामी और ऊना के विधायक सतपाल सिंह सत्ती शामिल हैं।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि पूर्व उद्योग मंत्री तथा जसवां-परागपुर से मौजूदा विधायक बिक्रम सिंह और राज्यसभा सांसद सिकंदर कुमार के नाम पर भी विचार किया जा रहा है। जामवाल इस पद के लिए मजबूत दावेदार प्रतीत होते हैं, क्योंकि वह हमेशा से एक मजबूत संगठनात्मक नेता रहे हैं और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के विश्वासपात्र हैं।
दरअसल, जामवाल नड्डा के गृह विधानसभा क्षेत्र बिलासपुर सदर का प्रतिनिधित्व करते हैं और कई वर्षों तक पार्टी संगठन में काम करने के बाद पहली बार विधायक बने हैं। पार्टी के एक वरिष्ठ विधायक ने कहा, “इसमें कोई संदेह नहीं है कि अंततः भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष नड्डा की पसंद और विश्वास का व्यक्ति ही होगा।”
तीर
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अगर भाजपा किसी महिला को राज्य प्रमुख बनाना चाहती है तो इंदु गोस्वामी स्पष्ट रूप से पसंदीदा होंगी। वह कांगड़ा के बैजनाथ क्षेत्र से आती हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आशीर्वाद उन्हें तब से प्राप्त है जब वे हिमाचल प्रदेश के भाजपा प्रभारी थे।
कांगड़ा सबसे बड़ा और राजनीतिक रूप से सबसे महत्वपूर्ण जिला है, इसलिए पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और विधायक विपिन परमार को भी पार्टी का समर्थन मिल सकता है, क्योंकि उनके पास व्यापक संगठनात्मक अनुभव है और उन्हें बहुत अनुभवी और परिपक्व राजनेता माना जाता है।
सत्ती का नाम भी चर्चा में है क्योंकि जनवरी 2012 से लगातार तीन बार राज्य पार्टी अध्यक्ष के रूप में उनका प्रभावशाली कार्यकाल रहा है।
हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व का समर्थन किसे मिलेगा, लेकिन प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राजीव बिंदल को लगातार दूसरा कार्यकाल मिलने की संभावना कम ही दिखती है। जनवरी से मई 2020 तक वे पार्टी प्रमुख के रूप में थोड़े समय के लिए ही रहे और अप्रैल 2023 में उन्हें दूसरी बार पार्टी की कमान सौंपी गई। भले ही बिंदल के नेतृत्व में ही भाजपा ने लोकसभा की सभी चार सीटें जीती हों, लेकिन पार्टी पिछले साल हुए नौ विधानसभा उपचुनावों में से केवल तीन ही जीत सकी।
कांगड़ा लोकसभा क्षेत्र के सांसद राजीव भारद्वाज को प्रदेश भाजपा संगठनात्मक चुनाव के लिए प्रदेश चुनाव अधिकारी नियुक्त किया गया है। अब तक पहले चरण में प्रदेश भर के 171 मंडलों में से 102 मंडल अध्यक्षों का चुनाव हो चुका है। शेष मंडलों में चुनाव बाद में दो चरणों में होंगे।
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