March 14, 2025
Haryana

कुलपति ने दो दिवसीय बीज मसाला सेमिनार में जैविक खेती के महत्व पर प्रकाश डाला

Vice Chancellor highlighted the importance of organic farming in two day seed spice seminar

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (एचएयू) में हाल ही में ‘बीज मसाले: चुनौतियां एवं अवसर’ विषय पर दो दिवसीय सेमिनार का उद्घाटन किया गया। सेमिनार का आयोजन सब्जी विज्ञान विभाग द्वारा किया गया था। कार्यक्रम में कुलपति बीआर काम्बोज मुख्य अतिथि थे। संगोष्ठी में बागवानी विभाग के शोधकर्ता और अधिकारी, किसान और कृषि विज्ञान केंद्रों के वैज्ञानिक शामिल हुए।

अपने संबोधन में कंबोज ने बेहतर सार्वजनिक स्वास्थ्य सुनिश्चित करने के लिए उच्च गुणवत्ता वाली सब्जी किस्मों को विकसित करने की आवश्यकता पर बल दिया।

उन्होंने जैविक खेती, ड्रिप सिंचाई और कीट प्रबंधन के महत्व पर प्रकाश डाला तथा वैज्ञानिकों से इन क्षेत्रों में अधिक कुशलता से काम करने का आग्रह किया।

उन्होंने उत्पादन बढ़ाने के साथ-साथ स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभाव को रोकने के लिए बीज की गुणवत्ता बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया। कार्यक्रम का संचालन विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. विजयपाल पंघाल ने किया।

कुलपति ने किसानों के बीच प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने का आह्वान किया। उन्होंने जलवायु परिवर्तन जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए सहयोग को प्रोत्साहित किया तथा किसानों की आय बढ़ाने के लिए आधुनिक कृषि पद्धतियों को अपनाने पर बल दिया।

उन्होंने कहा कि किसानों को प्रशिक्षित करके तथा उच्च गुणवत्ता वाले, रोग-मुक्त पौधे तैयार करके सब्जियों का उत्पादन बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने सब्जियों की खेती को अधिक लाभदायक बनाने के लिए कटाई के बाद सब्जियों के प्रसंस्करण के महत्व पर जोर दिया।

उन्होंने किसानों से समूह बनाने और किसान-उत्पादक संगठन (एफपीओ) मॉडल के तहत सामूहिक रूप से काम करने का आग्रह किया और अधिकारियों को सब्जी और मसाला खेती तकनीकों पर प्रशिक्षण प्रदान करने का निर्देश दिया। क्षेत्र के दौरे के दौरान, कंबोज ने लहसुन, सौंफ, प्याज और धनिया जैसी फसलों का निरीक्षण किया।

अनुसंधान निदेशक डॉ. राजबीर गर्ग ने कहा कि पारंपरिक फसलों के स्थान पर मसाला और सब्जी की खेती करके किसान अपनी आर्थिक स्थिति में उल्लेखनीय सुधार कर सकते हैं।

उन्होंने किसानों को उत्पादन बढ़ाने के लिए उच्च गुणवत्ता वाले बीज और उन्नत तकनीक का उपयोग करने की सलाह दी। सब्जी विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. एसके तेहलान ने सभी उपस्थित लोगों का स्वागत किया तथा विभागीय गतिविधियों की जानकारी दी।

सेमिनार में बागवानी विभाग (हिसार) के अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी भाग लिया।

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