गुरुग्राम, 25 मई गुरुग्राम जिला प्रशासन अधिकतम मतदान के लिए प्रयास कर रहा है, जबकि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शनिवार को मतदान के दिन तापमान 44 डिग्री सेल्सियस से ऊपर जाने का अनुमान लगाया है।
बूथों पर पैरामेडिकल स्टाफ तैनात किया जाएगा मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. वीरेंद्र यादव ने कहा कि सभी मतदान केंद्रों पर एक-एक पैरामेडिकल स्टाफ रहेगा, जिसके पास बुनियादी चिकित्सा किट होगी, ताकि किसी भी चिकित्सा संबंधी आवश्यकता का तुरंत समाधान किया जा सके तथा डॉक्टरों की टीमें भी गठित की गई हैं। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए शहर में 12 एंबुलेंस तैयार रखेगा। मतदान केंद्रों पर सामान्य दवाएं जैसे ओआरएस घोल और सिरदर्द, पेट दर्द आदि की दवाएं उपलब्ध रहेंगी। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीमें शनिवार को सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक मतदान केंद्रों पर तैनात रहेंगी।
मौसम विभाग ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में अगले कुछ दिनों के लिए भीषण गर्मी की स्थिति के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है।
जिला मजिस्ट्रेट-सह-जिला निर्वाचन अधिकारी निशांत कुमार यादव ने आज यहां बताया कि “मतदान के दिन भीषण गर्मी पड़ने का पूर्वानुमान है। जिला प्रशासन ने मतदाताओं की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पहले से ही आवश्यक उपाय करने की योजना बना ली है।”
उन्होंने कहा कि सभी मतदान केन्द्रों पर पूरी तरह से ढके हुए प्रतीक्षा क्षेत्र, पानी, कूलर और पंखे जैसी विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. वीरेंद्र यादव ने कहा कि सभी मतदान केंद्रों पर एक-एक पैरा-मेडिकल स्टाफ रहेगा, जिसके पास किसी भी चिकित्सा संबंधी आवश्यकता को तुरंत पूरा करने के लिए बुनियादी चिकित्सा किट होगी तथा डॉक्टरों की टीमें भी गठित की गई हैं।
स्वास्थ्य विभाग किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए शहर में 12 एम्बुलेंस तैयार रखेगा।
उन्होंने कहा कि मतदान केन्द्रों पर ओआरएस घोल जैसी सामान्य दवाइयां तथा सिरदर्द, पेट दर्द आदि की दवाएं उपलब्ध रहेंगी।
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीमें शनिवार को सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक मतदान केंद्रों पर तैनात रहेंगी।
इस बीच, गुरुग्राम नगर निगम आयुक्त डॉ. नरहरि सिंह बांगर ने कहा कि नगर निगम की टीमों ने गर्मी से राहत दिलाने के लिए सड़कों पर टैंकरों के जरिए एसटीपी-उपचारित पानी का छिड़काव शुरू कर दिया है।
बैंगर ने कहा, “विशेषज्ञों के अनुसार, जब जमीन पर पानी का छिड़काव किया जाता है, तो यह गर्मी के कारण वाष्पित हो जाता है और ठंडक का प्रभाव छोड़ता है। यह वाष्पीकरण कुछ समय बाद आस-पास के क्षेत्र को ठंडा करना शुरू कर देता है।”
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