हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है। जहां एक ओर राज्य भाजपा नेता हरियाणा में कांग्रेस की अप्रत्याशित हार को हिमाचल सरकार की गारंटी और उसके समग्र शासन को पूरा करने में विफलता से जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं सत्तारूढ़ पार्टी के नेता विपक्ष पर राजनीतिक लाभ के लिए झूठ फैलाने का आरोप लगा रहे हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज यहां कहा, “विपक्ष के नेता जय राम ठाकुर झूठ के सबसे बड़े व्यापारी हैं, झूठ फैलाने में पीएचडी हैं।”
हरियाणा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत भाजपा के शीर्ष राष्ट्रीय नेताओं ने बार-बार दावा किया था कि हिमाचल प्रदेश सरकार वित्तीय संकट में है और उसने चुनावी गारंटियों को पूरा नहीं किया है। हरियाणा में भाजपा की हैट्रिक के बाद राज्य के पार्टी नेता कांग्रेस को घेरने की कोशिश कर रहे हैं।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राजीव बिंदल ने कहा, “हरियाणा में हिमाचल कांग्रेस मॉडल को बेचने की कोशिश की गई। मुख्यमंत्री और अन्य नेताओं ने झूठ बोला कि सरकार ने चुनावी गारंटी पूरी कर दी है। हरियाणा की जनता ने झूठ को पहचान लिया और भाजपा को भारी जीत दिलाकर सत्ता में वापस लाया।”
इस बीच, मुख्यमंत्री ने भाजपा द्वारा निकाले गए निष्कर्षों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, “मैं हरियाणा में दो निर्वाचन क्षेत्रों में गया और कांग्रेस ने दोनों सीटें जीतीं। इसलिए, यह स्पष्ट रूप से मामला नहीं है।” उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने भी भाजपा के दावों को खारिज करते हुए कहा कि राज्य के चुनाव मुख्य रूप से स्थानीय मुद्दों पर लड़े गए थे।
सुखू ने भाजपा नेताओं पर राजनीतिक लाभ के लिए झूठ फैलाने का आरोप लगाया। सुखू ने कहा, “लगता है कि विपक्ष के नेता ने झूठ फैलाने में पीएचडी कर रखी है। कभी वे ‘टॉयलेट’ टैक्स की बात करते हैं तो कभी स्पोर्ट्स टैक्स की। मुझे राज्य में एक भी ऐसा व्यक्ति दिखाइए जिसने ‘टॉयलेट’ टैक्स चुकाया हो।” उन्होंने कहा, “सबसे दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि प्रधानमंत्री भी यही बातें कह रहे हैं। हमारे सत्ता में आने के बाद से लोगों पर कोई टैक्स नहीं लगाया गया है, लेकिन झूठ को खुलेआम फैलाया जा रहा है।”