शुक्रवार की देर शाम को पूरे इलाके में घना कोहरा छाया रहा, जिससे दृश्यता घटकर करीब 10 मीटर रह गई। शाम करीब 6 बजे अचानक कोहरे का आना उन लोगों के लिए आश्चर्य की बात थी, जो दिन में तेज धूप का आनंद ले रहे थे।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, आने वाले दिनों में मौसम की स्थिति काफी हद तक हवा की गति और शनिवार को बादलों की मौजूदगी पर निर्भर करेगी। कृषि वैज्ञानिकों ने मौसम में अचानक आए बदलाव से गेहूं की फसल पर पड़ने वाले असर को लेकर चिंता जताई है।
उन्होंने चेतावनी दी है कि कोहरे के कारण बढ़ी हुई नमी से पीला रतुआ रोग और अन्य फफूंद संक्रमण फैल सकता है, जिससे उपज की गुणवत्ता को खतरा हो सकता है। अप्रत्याशित मौसम परिवर्तन ने किसानों को सतर्क कर दिया है। किसानों को सतर्क रहने और निवारक उपाय करने की सलाह दी गई है।
आईएआरआई दिल्ली के सेवानिवृत्त प्रधान वैज्ञानिक डॉ. वीरेंद्र लाठर ने कहा, “कोहरे से नमी बढ़ती है, जो पीले रतुआ और अन्य फफूंद जनित बीमारियों के लिए अनुकूल वातावरण बनाती है। किसानों को नियमित रूप से अपने खेतों का निरीक्षण करना चाहिए और अपनी फसल की सुरक्षा के लिए समय पर फफूंदनाशकों का छिड़काव करना चाहिए।”
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