नई दिल्ली, 29 अक्टूबर । हर साल की तरह इस साल भी दिवाली आते-आते दिल्ली को घने काले स्मॉग ने घेर लिया है। दिल्ली की इस समय आबोहवा ठीक नहीं है। शहर का एक्यूआई खतरनाक स्तर तक बढ़ चुका है। इस धुंध की सबसे बड़ी वजह पंजाब और हरियाणा में पराली का जलाना बताया जाता है। प्रदूषण को लेकर नई दिल्ली से भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने आम आदमी पार्टी पर तीखा हमला बोला है।
भाजपा नेता ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “पंजाब के मुख्यमंत्री भगवत मान ने हमसे मिलने से इनकार कर दिया है। न तो वे हमसे मिले हैं और न ही उनके आवास आयुक्त उपलब्ध हैं। अगर वह बातचीत के लिए तैयार नहीं हैं, तो मुझे बताएं कि वे समस्या का समाधान कैसे करेंगे। उन्होंने पंजाब चुनाव से पहले बड़े-बड़े वादे किए थे। उन्होंने कहा था कि अगर पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार आती है, तो वह पराली जलाने की समस्या का समाधान करेगी। लेकिन पराली जलाने की समस्या और भी गंभीर हो गई है।”
उन्होंने आगे कहा, “अगर आप 26 अक्टूबर के आंकड़े देखें, तो पराली जलाने की 360 घटनाओं में से 108 सिर्फ और सिर्फ पंजाब में हुई हैं। मैं पूछना चाहता हूं कि आम आदमी पार्टी के टूटे वादों का खामियाजा दिल्ली कब तक भुगतेगी। आम आदमी पार्टी की सरकार दिल्ली के साथ-साथ पंजाब में भी है। ये दोनों राज्य सरकारें आपस में समन्वय क्यों नहीं कर रही हैं? आम आदमी पार्टी के नेताओं ने यमुना की सफाई के बड़े-बड़े दावे किए थे। केजरीवाल हर बार पांच साल का एक्सटेंशन मांगते हैं, लेकिन फिर से दिल्ली उनके टूटे वादों का खामियाजा भुगत रही है। यमुना पहले से ज्यादा प्रदूषित हो गई है।”
इसके बाद उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री ने कहा कि वह सिर्फ कागजी कार्रवाई करते हैं और दोष दूसरों पर मढ़ते रहते हैं। वह कभी उपराज्यपाल को तो कभी अधिकारियों को दोष देते रहते हैं, लेकिन इस तरह दूसरों पर आरोप लगाकर वह अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकते।”