मुंबई, 29 अक्टूबर। शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता सुनील प्रभु ने सोमवार को आईएएनएस से बातचीत में महा विकास अघाड़ी के भीतर एकता और सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया। इस दौरान उन्होंने गठबंधन में चले आ रहे मतभेदों को दूर करने पर भी अपनी राय रखी।
सुनील प्रभु ने कहा कि सभी दल एक साथ बैठकर अपने मतभेदों को स्पष्ट करेंगे और इस प्रक्रिया से नाराजगी दूर हो जाएगी। उद्धव ठाकरे की नेतृत्व क्षमता की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि उनका संकल्प है कि सभी को एक साथ लेकर चलें। उन्होंने कहा कि महाविकास अघाड़ी का एक ही उद्देश्य है और हमें एकजुट होकर आगे बढ़ना है। हमें अपनी समस्याओं पर खुलकर चर्चा करनी होगी, ताकि सभी दलों के बीच का सामंजस्य बना रहे।
उन्होंने कहा कि महाविकास अघाड़ी के नेताओं के बीच संवाद बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने विश्वास जताया कि अगर सभी नेता अपनी बात खुलकर रखेंगे, तो उनके बीच की नाराजगी स्वतः समाप्त हो जाएगी। हम सबका एक ही लक्ष्य है और “वह महाराष्ट्र का विकास करना है”। इस दिशा में हम सभी को साथ मिलकर काम करना होगा।
इससे पहले, आरजेडी प्रवक्ता एजाज अहमद ने आईएएनएस से बात करते हुए दावा किया था कि महा विकास अघाड़ी के बीच समझौता हो चुका है और जल्द ही इसके सभी पहलू स्पष्ट हो जाएंगे। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि विपक्षी खेमे में स्थिति काफी नाजुक है, लेकिन मीडिया इस पर ध्यान नहीं दे रही है।
उन्होंने कहा था कि महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी का सब कुछ समझौता हो चुका है। जल्द ही सारे मामले सामने आ जाएंगे। लेकिन महायुति के अंदर क्या हाल है, इस पर कोई चर्चा नहीं होती। अजित पवार, शिंदे और भारतीय जनता पार्टी के अंदर क्या खेल चल रहा है, यह देखना चाहिए। भाजपा चाहती है कि सभी दलों को दबाकर महाराष्ट्र का नेतृत्व करे।