उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार गठित जिला स्तरीय समिति ने कल मंडी जिले के करसोग उपमंडल की सरतयोला पंचायत के अंतर्गत आने वाले दूरदराज के गांवों मांजू और मगन का दौरा किया।
अतिरिक्त उपायुक्त रोहित राठौर के नेतृत्व में गठित समिति में विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल थे, जिन्होंने क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं की समीक्षा की। समिति के सदस्य लगभग 15 किलोमीटर की 4 घंटे की पैदल यात्रा के बाद मंजू जैकलिन जैसे गांवों से होते हुए मगन पहुंचे।
यात्रा के दौरान उन्होंने क्षेत्र के निवासियों से बातचीत की तथा बिजली, पानी, सड़क और शिक्षा से संबंधित उनकी चिंताओं को सुना।
सरतयोला के ग्रामीणों ने जल आपूर्ति, सड़क की स्थिति और सुबह और शाम के समय स्कूली बच्चों के लिए नियमित बस सेवा की आवश्यकता से संबंधित मुद्दे उठाए। इस बीच, मगन के निवासियों ने बिजली और सड़कों से संबंधित समस्याओं को उजागर किया, विशेष रूप से कम वोल्टेज की समस्या के समाधान का अनुरोध किया।
एडीसी ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान किया जाएगा। उन्होंने मंजू के सरकारी प्राथमिक विद्यालय का भी निरीक्षण किया। इसके बाद समिति ने परलोग पंचायत के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र का दौरा जारी रखा और निवासियों से फीडबैक लिया।
टीम में उपमंडलाधिकारी गौरव महाजन, तहसीलदार वरुण गुलाटी, चुराग बीडीओ रविकांत, करसोग बीडीओ नरेंद्र कुमार, जिला पंचायत अधिकारी अंचित डोगरा और अन्य विभाग के अधिकारी शामिल थे।
समीक्षा के दौरान स्थानीय पंचायत प्रधान तिलक चौहान (सरत्यौला) और गायत्री देवी (परलोग) भी उपस्थित थे।
Leave feedback about this