नई दिल्ली, भारत का श्रीलंका दौरा, जिसके लिए टीम चुनी जा चुकी है। बतौर मुख्य कोच पहली बार भारतीय टीम चयन में गौतम गंभीर शामिल हुए। टीम इंडिया की ये नई तस्वीर कई सवाल उठा रही है। आखिर, ये बदलाव गंभीर की एंट्री से हुए हैं या कहानी कुछ और है?
रोहित शर्मा के टी 20 से संन्यास लेने के बाद हार्दिक पांड्या की जगह सूर्यकुमार यादव टी20 टीम के नए कप्तान चुन लिए गए हैं। इतना ही नहीं शुभमन गिल को दोनों फॉर्मेट में उप-कप्तान बनाया गया। टीम में कुछ बड़े नाम भी गायब हैं, जिनमें इन-फॉर्म बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़, युवा बल्लेबाज अभिषेक शर्मा, संजू सैमसन और रवींद्र जडेजा का नाम भी शामिल हैं।
इंटरनेट पर फैंस इस टीम के चयन को लेकर दो पक्षों में बटे हुए हैं। जबकि कई बड़े क्रिकेट एक्सपर्ट्स का दावा है कि गौतम गंभीर टीम के मुख्य कोच तो बने हैं लेकिन वो आते ही इतने बड़े फैसले अकेले नहीं ले सकते। इसमें मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर और वनडे-टेस्ट कप्तान रोहित शर्मा का भी हाथ है। हालांकि सेलेक्शन कमेटी की मीटिंग की बातें अभी सामने नहीं आई हैं।
जानकारी के अनुसार, शुभमन गिल को भविष्य में टीम इंडिया के कप्तान का प्रमुख दावेदार माना जा रहा है। जिम्बाब्वे दौरे पर शुभमन गिल की अगुवाई में टीम इंडिया ने सीरीज पर 4-1 से कब्जा जमाया था। इस सीरीज में गिल का बल्ला भी खूब चला। अब नए कोच गौतम गंभीर की देखरेख में गिल का बड़ा प्रमोशन हुआ है।
नए टी20 कप्तान सूर्या 33 साल के हैं। वहीं, शुभमन गिल अभी 24 साल के हैं। ऐसे में गिल के पास कप्तानी को देखते हुए और परिपक्व होने का अच्छा मौका है। क्या वाकई शुभमन गिल भविष्य में टीम इंडिया के कप्तान बनेंगे?
सूर्या और रोहित के बाद भारत को कोई न कोई खिलाड़ी चाहिए, ऐसे में टीम मैनेजमेंट ने वनडे और टी20 में गिल को उपकप्तान बनाकर भविष्य को लेकर संकेत दिए हैं। हालांकि, गिल को इसके लिए लंबा रास्ता तय करना है। गंभीर हमेशा से ही नए खिलाड़ियों के सपोर्ट में रहते हैं। वो बड़े नाम नहीं, बल्कि फॉर्म और परफॉर्मेंस को तवज्जो देते हैं।
हार्दिक पांड्या का नाम कप्तानी की रेस से बाहर होने का सबसे बड़ा कारण उनकी चोट और फिटनेस है। गंभीर कप्तान के रूप में लॉन्ग टर्म पर अधिक फोकस कर रहे होंगे। इसलिए शुभमन गिल का नाम अब अन्य दावेदारों से काफी आगे है।
गंभीर कार्यकाल की इस पहली बैठक के बाद ही टीम इंडिया की तस्वीर काफी हद कर बदल गई है। इसमें सबसे बड़ा उलटफेर कप्तानी को लेकर हुआ है। एक बात तो साफ है कि अब आने वाले दिनों में टीम में उन्हीं खिलाड़ियों को जगह मिलेगी, जो खुद को साबित करने का माद्दा रखते हों।